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धुंधली याद

सुकून जो मिलता था हर बार
इस बार नहीं मिला ,
लगा ढूँढने जब कुछ पुराना सब धुंधला सा दिखा ,
न मिला अच्छा कुछ, न बुरा मिला
दिखा जो साफ़ उस कोहरे में
बस उसका चेहरा था
जो सब धुंधला ,
धुंधला कर रहा था |

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