ads

ठहरा हुआ वक्त



अशांत जिज्ञासा ,
भटकते हुए थककर शांत होने लगे ,

मृदु वाक कौशल ,
होठों के सूखेपन से प्रभावित हो,

विवेक ,
मंद मंद अग्नि से आकर्षित हो,

तब तुम अपनी विवशता को
संतोष न कह देना
बंधु , थोड़ा ठहर लेना ,


ठहरा हुआ वक्त
नहीं होता हताश होने के लिए ,
ठहरा हुआ वक्त
होता है,   प्रबल हो उठने  के लिए ,
ठहरो तुम
अपने विवेक को मृदुता से सींचने के लिए ,
ठहरो तुम
अपनी भावुकता को बुद्धि  से संजोने के लिए ,


ध्यान रहे , जब भी उठो
मंजिल पाने की शक्ति न हो , न सही ,
परन्तु पहले से अधिक चलना
यह निश्चित करना ।


Post a Comment

8 Comments