
मैं ढूँढ लूँगी तुमको
जान , घबरा न जाना ,
तुम छुपना न इतना
की निकल ही न पाना ,
हो गया गर ऐसा , सुनना
मिलेगा अकल को ठिकाना
फिर प्रिये प्रिये कह कह
पड़ेगा मुझे मनाना
प्रिये प्रिये कह कह
फिर मुझे ही बुलाना
और शर्त भी सुनना
हाथ बढाऊँ तुम थाम भी लेना
निकाल पाऊँ अगर तो गले से लगाना
इनाम ये देना
बस मेरे हो जाना
पुनः मेरे हो जाना।
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