
- वो मनाते मनाते हारती है तो रूठ जाती है
उसे पता है , मैं उसे रूठा नहीं देख सकता - औरों की ख़ुशी के लिए उनसे जुदा भी होना पड़ता है,
मियाँ समझो इसे शिद्दत का कोई तरीका नहीं होता है.
- अनगिनत कल्पनायें छनकर आती है तारों से ,
पर जब वो चाँद देखता है कुछ और ही देखता है |
- बड़ी जल्दी खुद में कमी ढुढँ लेता है,
ये रिश्ता उसके लिए ज्यादा मायने रखता है |
- चाँद सा लहजा सूरज सी चमक,
रौशनी कोई कण कण में समां गयी
- ये भला क्या बात हुई के हाल नही जाना मैंने,
देखना कभी आकर, तुझे खुद में संभाल रखा है.
- अदा ए सादगी के कायल थे तो बच गए,
जो हुस्न देखते. यक़ीनन जन्नत खो देते।
- हैसियत बता दी मेरे पंखो की तुमने आसमां को चुनकर
ये की मेरी पहुँच की एक हद हे
- चलता रहा मैं इस ठहरे वक़्त में..
लो आज फिर तुम्हीं तक पहुच गया.. - रातें गुम रहती है, बातों के इंतज़ार में,
हर सुबह कोई ख़ामोशी की समझदारी बताने चला आता है...
- सवाल जवाब थका रहे है..
अंतराल वाकई ज़रूरी है..
- सादगी में बेबाकी घोलकर बना है वो शख्स ..
मोहब्बत पे गर हँसते हो, तो उनसे दूर रहना. - जानें क्यूँ अल्फाज़ उसके डगमगा जाते हे,,
शिकायत आँखों में पर साफ़ साफ दिखती है।
- कुछ इश्क़ उसकी बातों से भी हुआ था,
रस्म-उल-खत में मेरे भी अब मिठास घुली है।
#निर्झर
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