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Romantic shayri | love shayri




  •     वो मनाते मनाते हारती है तो रूठ जाती है
        उसे पता है , मैं उसे रूठा नहीं देख सकता
  • औरों की ख़ुशी के लिए उनसे जुदा भी होना पड़ता है,
       मियाँ समझो इसे शिद्दत का कोई तरीका नहीं होता है.

  • अनगिनत कल्पनायें छनकर आती है तारों से ,
        पर जब वो चाँद देखता है कुछ और ही देखता है |

  • बड़ी जल्दी खुद में कमी ढुढँ लेता है,
        ये रिश्ता उसके लिए ज्यादा मायने रखता है |
  • चाँद सा लहजा सूरज सी चमक,
       रौशनी कोई कण कण में समां गयी 

  •   ये भला क्या बात हुई के हाल नही जाना मैंने,
      देखना कभी आकर, तुझे खुद में संभाल रखा है.

  • अदा ए सादगी के कायल थे तो बच गए,
      जो हुस्न देखते. यक़ीनन जन्नत खो देते।

  • हैसियत बता दी मेरे पंखो की तुमने आसमां को चुनकर
      ये की मेरी पहुँच की एक हद हे 


  • चलता रहा मैं इस ठहरे वक़्त में..
    लो आज फिर तुम्हीं तक पहुच गया.. 
  • रातें गुम रहती है, बातों के इंतज़ार में,
     हर सुबह कोई ख़ामोशी की समझदारी बताने चला आता है...

  • सवाल जवाब थका रहे है..
    अंतराल वाकई ज़रूरी है..

  • सादगी में बेबाकी घोलकर बना है वो शख्स ..
    मोहब्बत पे गर हँसते हो, तो उनसे दूर रहना.
  • जानें क्यूँ अल्फाज़ उसके डगमगा जाते हे,,
    शिकायत आँखों में पर साफ़ साफ दिखती है।  


  •  कुछ इश्क़ उसकी बातों से भी हुआ था,
     रस्म-उल-खत में मेरे भी अब मिठास  घुली है। 





#निर्झर  


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