काश मेरा दिल गोल होता, कोई बात होती तो वो ठह…
जहन कि गहराइयों में जाने कितने घर कर बैठे है, कितने आस पास घूमते है कितने …
अशांत जिज्ञासा , भटकते हुए थककर शांत होने लगे , मृदु वाक कौशल , होठों के सूख…
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